Objective questions of Transformer part 1

1. परिणामित्र (Transformer) किस प्रकार की युक्ति है ?

a. घूर्णीय मशीन
b. स्थैतिक उपकरण
c. गतिशील उपकरण
d. स्थैतिक एवं गतिशील उपकरण

उत्तर- b. स्थैतिक उपकरण

2. परिणामित्र (Transformer) का कार्य सिद्धान्त निर्भर करता है -

a. जूल के नियम पर
b. अन्योन्य एवं गतिज प्रेरण दोनों पर
c. गतित प्रेरण पर
d. अन्योन्य प्रेरण पर

उत्तर- d. अन्योन्य प्रेरण पर

3. परिणामित्र का प्रयोग किया जाता है-

a. डीसी वोल्टेज को बढ़ाने या घटाने के लिए
b. एसी वोल्टेज को बढ़ाने या घटाने के लिए
c. एसी को डीसी में बदलने के लिए
d. डीसी को एसी में बदलने के लिए

उत्तर- b. एसी वोल्टेज को बढ़ाने या घटाने के लिए
विवरण- एसी वोल्टेज को बढ़ाने अथवा घटाने के लिए ट्रांसफॉर्मर का प्रयोग किया जाता है | एसी को डीसी में बदलने के लिए छोटे ट्रांसफार्मरों के साथ डायोड अथवा रेक्टिफायर लगा दिए जाते हैं 

4. परिणामित्र का कार्य है-

a. विद्युत ऊर्जा को बढ़ाना
b. यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करना
c. विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करना
d. विद्युत ऊर्जा को समान, अधिक अथवा कम वोल्टता पर रूपान्तरण करना

उत्तर – d. विद्युत ऊर्जा को समान, अधिक अथवा कम वोल्टता पर रूपान्तरण करना

5. परिणामित्र डी० सी० वोल्टता को-

a. कम कर सकता है

b. अधिक कर सकता है
c. समान वोल्टता पर रूपान्तरित कर सकता है
d. उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर – d. उपरोक्त में कोई नहीं

 

6. ट्रांसफॉर्मर क्रोड का पदार्थ-

a. कोबाल्ट
b. सिलिकॉन
c. एल्युमीनियम
d. सिलिकॉन स्टील

उत्तर – d. सिलिकॉन स्टील

7. एक ट्रांसफॉर्मर में ‘K' (transformation ratio) का मान 1 से अधिक है इसका अर्थ है-

a. N1 = N2
b. N2 < N1
c. N2 > N1
d. उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर – c. N2 > N1

 

8. ट्रांसफॉर्मर में प्राथमिक एवं द्वितीयक कुण्डलियों का युग्मन होता है -

a. विधुतीय
b. यांत्रिक
c. चुम्बकीय
d. उपरोक्त सभी

उत्तर – c. चुम्बकीय

9. परिणामित्र की बॉडी को किस धातु का बनाया जाता है ?

a. लोहा
b. तांबा
c. पीतल
d. सिलिकॉन स्टील

उत्तर- a. लोहा 

10. ट्रांसफॉर्मर एक-

a. प्रवर्धक (Amplifier) है
b. गतिज (Dynamic) मशीन है
c. प्रेरण के सिद्धान्त पर कार्य करने वाली स्थैतिक मशीन (static machine) है
d. रोटरी कनवर्टर है।

उत्तर – c. प्रेरण के सिद्धान्त पर कार्य करने वाली स्थैतिक मशीन (static machine) है

Objective questions of Transformer part 1

11. एक स्टेप अप (step-up) ट्रांसफॉर्मर को-

a. स्टेप डाउन ट्रांसफॉर्मर की भाँति प्रयोग किया जा सकता है।
b. स्टेप डाउन ट्रांसफॉर्मर की भाँति प्रयोग नहीं किया जा सकता है ।
c. दिष्टकारी की भाँति प्रयोग किया जा सकता है।
d. प्रत्यावर्तक की भाँति प्रयोग किया जा सकता है।

उत्तर – a. स्टेप डाउन ट्रांसफॉर्मर की भाँति प्रयोग किया जा सकता है।

12. परिणामित्र क्रोड़ का मुख्य कार्य है-

a. विधुत धारा को एक सर्किट से दूसरे सर्किट में प्रवाहित करना
b. वोल्टेज को एक सर्किट से दूसरे सर्किट में प्रवाहित करना
c. चुम्बकीय बल रेखाओं का मार्ग पूर्ण करना
d. प्रेरित विधुत वाहक बल पैदा करना

उत्तर- c. चुम्बकीय बल रेखाओं का मार्ग पूर्ण करना

13. ट्रांसफॉर्मर क्रोड पटलित (laminated) करने का उद्देश्य-

a. ताम्र हानियाँ कम करना
b. अधिक वोल्टता उत्पन्न करना
c. लौह हानियाँ कम करना
d. आवृत्ति में परिवर्तन को कम करना

उत्तर – c. लौह हानियाँ कम करना

14. ट्रांसफॉर्मर की द्वितीयक से प्राप्त वोल्टता की आवृत्ति मूल आवृत्ति -

a. के तुल्य होती है
b. की दो गुनी होती है
c. आधी होती है
d. उपरोक्त में से कोई नहीं 

उत्तर – a. के तुल्य होती है

 

15. परिणामित्र की लैमिनेटेड क्रोड़ की मोटाई कितनी होती है ?

a. 1 mm से 3 mm
b. 0.1 mm से 0.30 mm
c. 0.35 mm से 0.5 mm
d. उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर- c. 0.35 mm से 0.5 mm

16. एक अपचाई परिणामित्र (Step-down transformer) को-

a.  करंट परिणामित्र की तरह प्रयोग किया जा सकता है |
b. उच्चाई परिणामित्र की तरह प्रयोग नहीं किया जा सकता है |
c. उच्चाई परिणामित्र की तरह प्रयोग किया जा सकता है |
d. दिस्टकारी की तरह प्रयोग किया जा सकता है |

उत्तर- c. उच्चाई परिणामित्र की तरह प्रयोग किया जा सकता है |

विवरण- एक उच्चाई परिणामित्र को अपचाई परिणामित्र की भांति तथा अपचाई परिणामित्र को उच्चाई परिणामित्र की भांति प्रयोग किया जा सकता है |

17. एक 100 KVA, 50Hz, 10000/200V एकल फेज ट्रांसफॉर्मर की पूर्ण भार पर प्राथमिक धारा-

a. 10A
b. 15A
c. 25A
d. 50A

उत्तर- a. 10A

विवरण- प्राथमिक धारा = परिणामित्र की क्षमता/प्राथमिक वोल्टेज
इसलिए 100000/10000=10A

द्वितीयक धारा = परिणामित्र की क्षमता/द्वितीयक वोल्टेज
इसलिए 100000/200=500A

18. अधिक आवृति वाले परिणामित्र (Transformer) की क्रोड कोनसे पदार्थ से बनाई जाती है-

a. फैराइट कोर
b. टंगस्टन
c. स्टेनलेस स्टील
d. सिलीकॉन स्टील

उत्तर– a. फैराइट कोर

विवरण– उच्च आवृति वाले परिणामित्र की कोर बनाने के लिए उपयुक्त धातु फैराइट है |

19. परिणामित्र की दक्षता कितनी होती है-

a. 90% से 98%
b. 80% से 90%
c. 70% से 80%
d. 60% से 70%

उत्तर- a. 90% से 98%

20. परिणामित्र (Transformer) कार्य करता है

a. केवल ए.सी. पर
b. ए.सी. व डी. सी. दोनों पर
c. केवल डी.सी. पर
d. पल्सेटिंग डी.सी. पर

उत्तर– a. केवल ए.सी. पर

विवरण– परिणामित्र (Transformer) केवल AC पर कार्य करता है, परिणामित्र में डी.सी. सप्लाई देने पर वह जल जाता है |

Objective questions of Transformer part 1

21. आदर्श परिणामित्र में-

a. शून्य प्रतिरोध व अधिकतम प्रतिघात होता है |
b. निम्न प्रतिरोध व अधिकतम प्रतिघात होता है |
c. उच्च प्रतिरोध व निम्नतम प्रतिघात होता है |
d. उच्च प्रतिरोध व उच्च  प्रतिघात होता है |

उत्तर- a. शून्य प्रतिरोध व अधिकतम प्रतिघात होता है |

22. परिणामित्र (Transformer) में उपयोग होने वाली क्रोड होती है-

a. उच्च सिलीकन युक्त
b. निम्न हिस्टेरेसिस हानियों वाली
c. उच्च चुम्बकशीलता युक्त क्रोड
d. उपरोक्त सभी

उत्तर– d. उपरोक्त सभी

23. परिणामित्र (Transformer) की प्राथमिक वाइंडिंग में तांबे की मात्रा द्वितीयक से ।

a. समान होती है
b.आधी होती है
c. दो गुनी होती है
d. उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर– समान होती है 

विवरण– परिणामित्र (Transformer) की प्राथमिक वाइंडिंग में तांबे की मात्रा द्वितीयक वाइंडिंग के सामान ही होती है, क्योंकि जिस कुंडलन में मोटे तार होते हैं उसमे टर्न कम होते हैं तथा जिस कुंडलन में पतले तार होते हैं उसमे टर्न अधिक होते हैं |

24. परिणामित्र की प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन दोनों में समान होते हैं-

a. धारा व उत्पन्न वोल्टता
b. एम्पियर टर्न व वोल्टेज प्रति टर्न
c. प्रतिरोध और क्षरण प्रतिघात
d. प्रतिबाधा व प्रतिरोध

उत्तर– b. एम्पियर टर्न व वोल्टेज प्रति टर्न 

विवरण– परिणामित्र की प्राथमिक व द्वितीयक वाइंडिंग दोनों में एम्पियर टर्न व वोल्टेज प्रति टर्न समान होते हैं।

25. शक्ति परिणामित्र (Power transformer) में क्रोड के लिए प्रयुक्त पदार्थ है-

a. सिलिकॉन इस्पात
b. फैराइड
c. कास्ट स्टील
d. तांबा

उत्तर– a. सिलिकॉन इस्पात

विवरण– परिणामित्र की क्रोड में अधिक धारणशीलता वाला चुम्बकीय पदार्थ प्रयोग किया जाता है। शक्ति परिणामित्र (Power transformer) की क्रोड में सिलिकॉन इस्पात का उपयोग किया जाता है।

26. परिणामित्र में भँवर धारा हानियाँ (Eddy current losses) कम कैसे की जाती हैं-

a. स्टील क्रोड अपना कर
b. पट्टलित क्रोड लगाकर
c. चुम्बकन धारा बढ़ा कर
d. मोटी क्रोड़ लगाकर

उत्तर-b. पट्टलित क्रोड़ लगाकर

विवरण-  परिणामित्र में भँवर धारा हानियों को पट्टलित क्रोड (Laminated core) लगाकर कम किया जा सकता है | परिणामित्र में भंवर धारा हानि तथा हिस्टेरेसिस हानियां होती हैं |

27. एक उच्चाई परिणामित्र (Step-up transformer) में K का मान होता है-

a. 1
b. 1 से अधिक
c. 1 से कम
d. उक्त में से कोई नहीं 

उत्तर- b. 1 से अधिक 

28. एक अपचाई परिणामित्र (Step-down transformer) में K का मान होता है-

a. 1
b. 1 से अधिक
c. 1 से कम
d. उक्त में से कोई नहीं 

उत्तर- c. 1 से कम

29. एक आइसोलेसन परिणामित्र (Isolation transformer) में K का मान होता है-

a. 1
b. 1 से अधिक
c. 1 से कम
d. उक्त में से कोई नहीं 

उत्तर- a. 1 

विवरण- एक आइसोलेशन परिणामित्र वोल्टेज को ना तो बढाता है और ना घटाता है | यह परिणामित्र सुरक्षा उद्देश्यों से प्राथमिक कुंडलन को द्वितीयक कुंडलन से प्रथक रखने के लिए लगाया जाता है |

30. परिणामित्र विद्युत ऊर्जा को एक परिपथ से दूसरे परिपथ में स्थानान्तरित करता है तथा स्थानांतरण करने पर परिणामित्र.............. को बदल देता है।

a. शक्ति
b. वोल्टता
c. आवृत्ति
d. समय अन्तराल

उत्तर- b. वोल्टता

विवरण- परिणामित्र विद्युत ऊर्जा को एक परिपथ से दूसरे परिपथ में स्थानांतरित करते समय वोल्टता व करंट को बदल देता है |

Objective questions of Transformer part 1

31. विधुत स्त्रोत से जुड़ने वाली परिणामित्र की कुंडलन कहलाती है-

a. प्राथमिक कुंडलन
b. द्वितीयक कुंडलन
c. स्टार कुंडलन
d. डेल्टा कुंडलन

उत्तर- a. प्राथमिक कुंडलन

32. लोड से जुड़ने वाली परिणामित्र की कुंडलन कहलाती है-

a. प्राथमिक कुंडलन
b. द्वितीयक कुंडलन
c. स्टार कुंडलन
d. डेल्टा कुंडलन

उत्तर- b. द्वितीयक कुंडलन

33. परिणामित्र (Transformer) की जिस कुण्डलन में लपेटों (Turns) की संख्या अधिक होती है वह कुंडलन कहलाती है-

a. निम्न वोल्टता कुण्डलन
b. उच्च वोल्टता कुण्डलन
c. स्टार कुंडलन
d. डेल्टा कुण्डलन

उत्तर- b. उच्च वोल्टता कुण्डलन

विवरण- परिणामित्र की जिस कुण्डलन में टनों की संख्या अधिक होती है वह उच्च वोल्टता कुण्डलन तथा जिसमे टर्नों कि संख्या कम होती है वह निम्न वोल्टता कुंडलन कहलाती हैं |

34. एक परिणामित्र में द्वितीयक धारा शुन्य होने का अर्थ है-

a. पूर्ण भार
b. परिणामित्र में दोष
c. शून्य भार
d. कोई हानि नहीं है 

उत्तर- c. शून्य भार 

35. परिणामित्र में लोहे की क्रोड का उपयोग किया जाता है।

a. भार बढ़ाने
b. शक्ति शाली चुम्बकिय युग्मन बनाने के लिए
c. क्रोड हानियाँ कम करने के लिए
d. उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर- b. शक्ति शाली चुम्बकीय युग्मन बनाने के लिए

विवरण- परिणामित्र में शक्तिशाली चुम्बकीय युग्मन बनाने के लिए लोह क्रोड का उपयोग किया जाता है ।

36. यदि किसी परिणामित्र (Transformer) की द्वितीयक कुंडली की टर्न आधी कर दी जायें और प्रदाय वोल्टता भी आधी कर दी जाये, तब द्वितीयक वोल्टता क्या होगी-

 a. प्रदाय वोल्टता की चार गुणा
b. प्रदाय वोल्टता की एक चौथाई
c. प्रदाय वोल्टता की आधी
d. अपरिवर्तित 

उत्तर- b. प्रदाय वोल्टता की एक चौथाई
विवरण- यदि किसी परिणामित्र की द्वितीयक कुंडली की टर्न आधी कर दी जाये तो द्वितीयक की वोल्टता आधी रह जाती है तथा उसी समय प्रदाय वोल्टता भी आधी कर दी जाये, तो द्वितीयक कुंडली की वोल्टता आधी की भी आधी रह जाती है अर्थात पहले की स्थिति से चौथाई ही रह जाती है |

 

37. परिणामित्र (Transformer) की दक्षता अन्य मशीनों से उच्च होती है क्योंकि यह-

a. स्थैतिक उपकरण है।
b. वोल्टता को उच्च व निम्न करता है।
c. इसमें केवल कुंडलियां होती हैं।
d. चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धान्त पर कार्य करता है।

उत्तर- a. स्थैतिक उपकरण है।
विवरण- परिणामित्र की दक्षता उच्च होती है क्योंकि इसमें कोई चलायमान भाग नहीं होता है अर्थात यह एक स्थैतिक उपकरण है ।

38. जब एक परिणामित्र को DC सप्लाई से जोड़ दिया जाता है तो यह-

a. परिणामित्र जल जायेगा।
b. आउटपुट शून्य प्राप्त होगी।
c. आउटपुट में अधिक वोल्ट प्राप्त होगी।
d. आउटपुट कम होगी।

उत्तर- a. परिणामित्र जल जायेगा।
विवरण- जब एक परिणामित्र को डी. सी. सप्लाई से जोड़ दिया जाता है तो परिणामित्र जल जाता है |

39. समान क्षमता वाले क्रोड प्रकार परिणामित्र की अपेक्षा शैल प्रकार परिणामित्र में

a. ताम्र हानि अधिक होगी।
b. ताम्र हानि कम होगी।
c. घर्षण हानि कम होगी
d. लोह हानि कम होगी।

उत्तर- b. ताम्र हानि कम होगी।

विवरण- समान क्षमता वाले क्रोड प्रकार परिणामित्र की अपेक्षा शैल प्रकार परिणामित्र में  ताम्र हानि कम होती हैं क्योंकि शैल प्रकार परिणामित्र में चुम्बकीय फ्लक्स के गुजरने के लिए 2 रास्ते होते हैं।

40. स्त्रोत वोल्टेज को बढाकर लोड को देने वाला परिणामित्र कहलाता है -

a. अपचाई परिणामित्र (Step-down transformer)
b. उच्चाई परिणामित्र (Step-up transformer)
c. शक्ति परिणामित्र (Power transformer)
d. वितरण परिणामित्र (Distribution transformer)

उत्तर- b. उच्चाई परिणामित्र (Step-up transformer)

Objective questions of Transformer part 1

41. स्त्रोत वोल्टेज को घटाकर लोड को देने वाला परिणामित्र कहलाता है -

a. अपचाई परिणामित्र (Step-down transformer)
b. उच्चाई परिणामित्र (Step-up transformer)
c. शक्ति परिणामित्र (Power transformer)
d. वितरण परिणामित्र (Distribution transformer)

उत्तर- a. अपचाई परिणामित्र (Step-down transformer)

42. परिणामित्र (Transformer) की क्षमता मापी जाती है-

a. KVA में
b. KW में
c. KWH में
d. KVAR में

उत्तर- a. KVA में
विवरण- परिणामित्र (Transformer) की क्षमता KVA में मापी जाती है

43. परिणामित्र की द्वितीयक कुंडली में उत्पन्न वि.वा.बल किस पर निर्भर करता है-

a. प्रदाय की आवृत्ति पर
b. आवृत्ति, फ्लक्स, प्राथमिक और द्वितीयक में टर्गों की संख्या पर
c. द्वितीयक कुंडली के टर्नो पर
d. उच्चतम फ्लक्स पर

उत्तर- b. आवृत्ति, फ्लक्स, प्राथमिक और द्वितीयक में टर्नो की संख्या पर
विवरण- व्याख्या : परिणामित्र की द्वितीयक कुंडली में उत्पन्न वि.वा. बल प्रदाय की आवृत्ति, फ्लक्स प्राथमिक और द्वितीयक में टनों की संख्या पर निर्भर करता है |

44. वह कार्य जो एक प्रवर्धक (Amplifier) की तुलना में परिणामित्र द्वारा नहीं होता है-

a. निर्गत (Output) धारा में वृद्धि
b. निर्गत (Output) वोल्टता में वृद्धि
c. निर्गत (Output) शक्ति में वृद्धि
d. इनमें से कोई नही।

उत्तर- निर्गत (Output) शक्ति में वृद्धि

विवरण- परिणामित्र द्वारा निर्गत (Output) शक्ति में वृद्धि नहीं की जाती है जबकि एक प्रवर्धन द्वारा निर्गत (Output) शक्ति में वृद्धि कर दी जाती है |

45. परिणामित्र दिस्ट धारा (D.C.) वोल्टता को करता है-

a. अधिक करता है
b. कम करता है
c. समान रखता है
d. उक्त में से कोई नहीं

उत्तर- d. उक्त में से कोई नहीं

विवरण- परिणामित्र DC पर कार्य नहीं करता है |

46. परिणामित्र (Transformer) के चुम्बकीय परिपथ में उपयोग किया गया अधिक फ्लक्स घनत्व वाला पदार्थ होता है-

a. नर्म इस्पात
b. कास्ट आयरन
c. टंगस्टन इस्पात
d. फेरो कोबाल्ट

उत्तर- a. नर्म इस्पात
विवरण- परिणामित्र (Transformer) के चुम्बकीय परिपथ में नर्म इस्पात में कुछ मात्रा में सिलिकॉन मिलाकर उपयोग किया जाता है | जिसका फ्लक्स घनत्व अधिक होता है

47. एक कला (single phase) परिणामित्र की क्रोड में स्थापित फ्लक्स की प्रकृति कैसी होती है

a. स्थिर (Fixed)
b. घूर्णीय (Rotational)
c. शुद्ध प्रत्यावर्ती (Pure AC)
d. प्रत्यावर्ती व घूर्णमान (AC and rotational)

उत्तर- c. शुद्ध प्रत्यावर्ती (Pure AC)
विवरण- एक कला (single phase) परिणामित्र की क्रोड में शुद्ध प्रत्यावर्ती (Pure AC) फ्लक्स स्थापित होता है।

48. परिणामित्र में भँवर धारा हानिययों को किस धातु की पट्टलित क्रोड लगाकर कम किया जाया है

a. कास्ट स्टील
b. कार्बन स्टील
c. स्टेनलेस स्टील
d. सिलीकॉन स्टील

उत्तर- d. सिलीकॉन स्टील
विवरण- परिणामित्र में सिलिकॉन स्टील स्टैम्पिंग का प्रयोग किया जाता है | 

49. परिणामित्र में.................परिवर्तन करने का गुण नहीं होता है।

a. शक्ति
b. प्रतिबाधा
c. वोल्टता
d. धारा

उत्तर- a. शक्ति
विवरण- परिणामित्र शक्ति में परिवर्तन नहीं करता है |

50. परिणामित्र की प्राथमिक कुंडली में प्रति टर्न वोल्टेज, द्वितीयक कुण्डली में प्रति टर्न वोल्टेज की अपेक्षा ............ होती है।

a. अधिक
b. कम
c. आधी
d. समान

उत्तर- d. समान
विवरण- परिणामित्र की प्राथमिक कुंडली में प्रति टर्न वोल्टेज, द्वितीयक कुण्डली में प्रति टर्न वोल्टेज के समान होती है|

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51. परिणामित्र बहुत कम आवृत्ति पर परिचालित नहीं होता है अथवा मुश्किल से परिचालित होता है क्योंकि-

a. क्रोड की चुम्बकशीलता बढ़ जाती है
b. प्राथमिक प्रतिघात बहुत बढ़ जाता है
c. चुम्बकन धारा अधिक बढ़ जाती है
d. उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर- c. चुम्बकन धारा बहुत अधिक बढ़ जाती है
विवरण- एक ट्रांसफॉर्मर बहुत कम आवृत्ति पर बड़ी मुश्किल में परिचालित होता है। क्योंकि चुम्बकन धारा बहुत अधिक बढ़ जाती हैं।

52. क्रोड प्रकार परिणामित्र में शैल प्रकार परिणामित्र की अपेक्षा क्या होता है।

a. प्रति टर्न लम्बाई औसत से कम होती है
b. प्रति टर्न लम्बाई औसत से अधिक होती है
c. चुम्बकीय पथ लघु
d. चुम्बकीय पथ अपेक्षाकृत बढ़ा होता है

उत्तर- c. चुम्बकीय पथ लघु
विवरण- क्रोड प्रकार परिणामित्र में शैल प्रकार परिणामित्र की अपेक्षा लघु चुम्बकीय पथ होता है।

53. परिणामित्र की प्राथमिक कुण्डली में प्रेरित विधुत वाहक बल E1 की दिशा-

a. V1 की दिशा में होती है
b. V1 से विपरीत होती है
c. i1 के विपरीत होती है
d. E2 से विपरीत होती है

उत्तर- b. V1 से विपरीत होती है
विवरण- परिणामित्र की प्राथमिक कुंडलली में प्रेरित विधुत वाहक बल E1 की दिशा V1 से विपरित होती है।

54. परिणामित्र की क्रोड़ के लिए सबसे अच्छा पदार्थ होता है

a. गर्म रोल्ड ग्रेन ओरियेन्टिड इस्पात
b. ठण्डा रोल्ड ग्रेन आरियेन्टिड इस्पात (CRGO)
c. कठोर लोहा
d. हाई स्पीड स्टील

उत्तर- b. ठण्डा रोल्ड ग्रेन आरियेन्टिड इस्पात (CRGO)
विवरण- परिणामित्र की क्रोड के लिए सबसे अच्छा पदार्थ ठंडा रोल्ड ग्रेन आरियेन्टिड इस्पात (CRGO) है।

55. परिणामित्र (Transformer) की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलन का ........... होता है।

a. करंट भिन्न-भिन्न होता हैं।
b. कॉमन चुम्बकीय परिपथ होता है |
c. पृथक चुम्बकीय परिपथ ।
d. ताम्र तार का साइज समान होता है |

उत्तर- b. कॉमन चुम्बकीय परिपथ
विवरण- परिणामित्र (Transformer) की प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन का एक कॉमन चुम्बकीय परिपथ होता है।

56. एकल चरण परिणामित्र के इनपुट वाले पक्ष को क्या कहा जाता है-

a. उच्च वोल्टेज पक्ष
b. निम्न वोल्टेज पक्ष
c. मध्य पक्ष
d. मुख्य रूप पक्ष

उत्तर- d. मुख्य रूप पक्ष

विवरण- एकल चरण परिणामित्र के इनपुट वाले पक्ष को मुख्य रूप पक्ष कहा जाता है। 

57. परिणामित्र की प्राथमिक और द्वितीयक कुंडलन को दोहरा किया जाता है-

a. यांत्रिक रूप में
b. विद्युत रूप में
c. चुम्बकीय रूप में
d. विद्युत और चुम्बकीय रूप में

उत्तर- c. चुम्बकीय रूप में
विवरण- परिणामित्र की प्राथमिक और द्वितीयक वाइंडिंग को चुम्बकीय रूप से दोहरा किया जाता है |

58. परिणामित्र (Transformer) में फ्लक्स घनत्व के लिए जो संकेत अक्षर व इकाई प्रयोग किये जाते हैं वे है-

a. B weber/m²
b. D बेबर मी.
c. F न्यूटन मीटर
d. उपरोक्त में कोई नहीं ।

उत्तर- a. B weber/m²

59. क्रोड़ प्रकार परिणामित्र में कितने चुम्बकीय मार्ग होते हैं ?

a. 1
b. 2
c. 3
d. अनेक

उत्तर- a. 1

60. शैल प्रकार परिणामित्र में कितने चुम्बकीय मार्ग होते हैं ?

a. 1
b. 2
c. 3
d. अनेक

उत्तर- b. 2

Objective questions of Transformer part 1

61. बेरी प्रकार परिणामित्र में कितने चुम्बकीय मार्ग होते हैं ?

a. 1
b. 2
c. 3
d. अनेक

उत्तर- d. अनेक

62. परिणामित्र (Transformer) में धारा घनत्व के लिए जो संकेत अक्षर व इकाई प्रयोग किये जाते हैं वे है-

a. B weber/m²
b. D बेबर मी.
c. δ Amper/m²
d. G सिमेन्स

उत्तर- c. δ Amper/m² 

63. परिणामित्र शक्ति का स्थानान्तरण करता है-

a. स्थिर आवृत्ति पर
b. स्थिर वोल्टता पर
c. स्थिर धारा पर
d. स्थिर लोह हानियों पर

उत्तर- स्थिर आवृत्ति पर
विवरण- परिणामित्र स्थिर आवृति पर शक्ति का स्थानांतरण करता है। अर्थात आवृति नहीं बदलती है |

64. परिणामित्र में ताम्र हानियां होती हैं -

a. कुंडलन में 
b. लोड में
c. क्रोड़ में 
d. उपरोक्त में से कोई नहीं  

उत्तर- a. कुंडलन में 

65. परिणामित्र की प्राथमिक व द्वितीयक कुंडली किस प्रकार जुड़ी होती है ?

a. चुम्बकीय रूप से 
b. विद्युतीय रूप से 
c. विद्युत व चुम्बकीय रूप से
d. उपरोक्त में कोई नहीं ।

उत्तर- a. चुम्बकीय रूप से
विवरण- परिणामित्र की प्राथमिक व द्वितीयक कुंडली विधुतीय रूप से ना जुड़कर चुम्बकीय रूप से जुड़ी होती है। अर्थात दोनों कुंडलियों के तार आपस में जुड़े नहीं रहते हैं |

66. परिणामित्र की क्रोड में वायु अन्तराल रहने पर क्या असर पड़ेगा ?

a. हिस्टेरेसिस हानियाँ कम हो जायेंगी।
b. भँवर धारा हानियाँ बढ़ जायेंगी।
c. चुम्बकीय पथ का प्रतिस्तम्भ बढ़ जायेगा।
d. चुम्बकन धारा का मान बढ़ जायेगा।

उत्तर- d. चुम्बकन धारा का मान बढ़ जायेगा।

67. परिणामित्र की प्राथमिक कुण्डलन को डीसी से जोड़ने पर क्या होगा ?

a. कुण्डलन में कम धारा प्रवाहित होगी।
b. प्राथमिक कुण्डलन जल जायेगी।
c. क्रोड हानियाँ बढ़ जायेगी।
d. प्राथमिक का क्षरण प्रतिघात (Leakage Reactance) बढ़ जायेगा।

उत्तर- b.  प्राथमिक कुण्डलन जल जायेगी।

विवरण- यदि परिणामित्र की प्राथमिक कुंडलन को दिष्ट धारा प्रदाय (DC) से जोड़ दिया जाये तो प्राथमिक कुंडलन में विरोधी विधुत वाहक बल प्रेरित ना होने के कारण कुंडलन जल जायेगी। क्योंकि डीसी में प्रेरण का गुण नहीं होता है |

68. किसी कुण्डली में स्वप्रेरित वोल्टेज का मान -

a. कुंडली के प्रतिरोध पर निर्भर करता है
b. प्रदाय वोल्टता पर निर्भर करता है
c. लोह क्रोड के आकार पर निर्भर करता है
d. टनों की संख्या पर निर्भर करता है

उत्तर- b. प्रदाय वोल्टता पर निर्भर करता है
विवरण- प्रदाय वोल्टता बढ़ने पर स्वप्रेरित वोल्टेज का मान भी बढ़ जाता है |

69. क्रोड प्रकार परिणामित्र उपयुक्त रहते हैं।

a. उच्च वोल्टेज व उच्च निर्गत के लिए
b. उच्च वोल्टेज व निम्न निर्गत के लिए
c. निम्न वोल्टेज और उच्च निर्गत के लिए
d. निम्न वोल्टता निम्न निर्गत के लिए 

उत्तर- b. उच्च वोल्टेज व निम्न निर्गत के लिए
विवरण- सामान्यतया क्रोड प्रकार परिणामित्र उच्च वोल्टता व निम्न निर्गत के लिए उपयुक्त रहते है । 

70. यदि एक शक्ति परिणामित्र बहुत अधिक आवृत्ति पर परिचालित होता है तो-

a. क्रोड हानियाँ बहुत अधिक होंगी
b. ताम्र हानियां बहुत अधिक होंगी
c. प्राथमिक में अधिक शक्ति खर्च होंगी
d. प्राथमिक व द्वितीयक प्रतिघात बढ़ जायेगा

उत्तर- a. क्रोड हानियाँ बहुत अधिक होगी

विवरण- ट्रांसफॉर्मर में सप्लाई की आवृत्ति बढाने पर हानियां भी बढ़ जाती हैं |

71. परिणामित्र की क्रोड में उत्पन्न उच्चतम फ्लक्स होता है।

a. प्राथमिक वोल्टता के विलोमानुपाती होता है।
b. प्रदाय आवृत्ति के समानुपाती
c. प्रदाय आवृत्ति के विलोमानुपाती होता है
d. प्रदाय आवृत्ति से कम

उत्तर- c. प्रदाय आवृत्ति के विलोमानुपाती होता है

72. परिणामित्र की जिस कुण्डलन में टनों की संख्या अधिक होती है वह कुण्डलन

a. स्टार कुंडलन कहलाती है 
b. डेल्टा कुण्डलन कहलाती है
c. उच्च वोल्टता कुण्डलन कहलाती है
d. निम्न वोल्टता कुण्डलन कहलाती है

उत्तर- c. उच्च वोल्टता कुण्डलन कहलाती है

विवरण- परिणामित्र में कम टनों की संख्या वाली कुंडलन निम्न वोल्टता कुण्डलन कहलाती है तथा अधिक टर्नों की संख्या वाली कुंडलन उच्च वोल्टता कुण्डलन कहलाती है | 

73. परिणामित्र की जिस कुण्डलन में टनों की संख्या कम होती है वह कुण्डलन

a. स्टार कुंडलन कहलाती है 
b. डेल्टा कुण्डलन कहलाती है
c. उच्च वोल्टता कुण्डलन कहलाती है
d. निम्न वोल्टता कुण्डलन कहलाती है

उत्तर- d. निम्न वोल्टता कुण्डलन कहलाती है

विवरण- परिणामित्र में कम टनों की संख्या वाली कुंडलन निम्न वोल्टता कुण्डलन कहलाती है तथा अधिक टर्नों की संख्या वाली कुंडलन उच्च वोल्टता कुण्डलन कहलाती है | 

74. "आइसोलेशन परिणामित्र" की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डली में टर्न अनुपात होता है-

a. 1:1
b. 1:4
c. 1:2
d. 2:1

उत्तर– a.  1:1

विवरण- “आइसोलेशन परिणामित्र” केवल स्त्रोत से भार को प्रथक करने के लिए लगाया जाता है, ऐसा सुरक्षा की द्रष्टि से किया जाता है | यह परिणामित्र वोल्टेज को बढाता अथवा कम नहीं करता है इसलिए इसकी प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन का टर्न अनुपात 1 : 1 होता है।

75. परिणामित्र क्रोड, फ्लक्स के लिए-

a. निम्न प्रतिष्टम्भ मार्ग प्रदान करता है।
b. उच्च प्रतिष्टम्भ मार्ग प्रदान करता है।
c. उच्च प्रतिरोध प्रदान करता है
d. हानियाँ कम करता है।

उत्तर- a. निम्न प्रतिष्टम्भ मार्ग प्रदान करता है।

76. यदि क्रोड में सिलिकॉन मिलाने से चुम्बकशीलता उच्च हो जाती है तो समान चुम्बकन धारा iµ के लिए-

a. क्रोड का भार समान होगा। 
b. क्रोड का भार अधिक होगी।
c. क्रोड में आवाज नहीं होगी।
d. क्रोड का भार कम होगा।

उत्तर- d. क्रोड का भार कम होगा।

विवरण- यदि क्रोड में सिलिकॉन मिलाने से चुम्बक शीलता उच्च होती है तो समान चुम्कन धारा iµ के लिए क्रोड का भार कम होगा।

77. परिणामित्र में लोह हानियां होती हैं -

a. कुंडलन में 
b. लोड में
c. क्रोड़ में 
d. उपरोक्त में से कोई नहीं  

उत्तर- c. क्रोड़ में

78. यदि परिणामित्र की आवृत्ति बढ़ा दी जाए तो-

a. क्रोड का आकार बढ़ जावेगा ।
b. क्रोड की आवश्यकता नहीं होगी।
c. क्रोड का आकार कम किया जा सकेगा |
d. भंवर धारा हानियाँ कम होगी।

उत्तर- c. क्रोड का आकार कम किया जा सकेगा |

विवरण- परिणामित्र की आवृत्ति बढ़ाने पर क्रोड का आकार कम किया जा सकता है ।

 

79. शक्तिशाली चुम्बकीय क्षेत्र बनता है-

a. अधिक लूप वाली कुण्डली में
b. एक लूप वाले तार में
c. एक सीधी तार में
d. जब एक लोह क्रोड पर तार को कुंडली के रूप में लपेटा जाए।

उत्तर- d. जब एक लोह क्रोड पर तार को कुंडली के रूप में लपेटा जाए।

विवरण- जब एक लोह क्रोड पर तार को कुंडली के रूप में लपेटा जाए तो इसका चुम्बकीय क्षेत्र शक्तिशाली बनता है।

Objective questions of Transformer part 1

80. सिलिकॉन इस्पात से बने क्रोड में-

a. हिस्टेरेसिस हानियाँ कम होती है।
b. भंवर धारा हानियाँ कम होती है।
c. लोह हानियाँ कम होती है।
d. ताम्र हानियाँ कम होती है।

उत्तर- a. हिस्टेरेसिस हानियाँ कम होती है।

विवरण- सिलिकॉन इस्पात के क्रोड़ में हिस्टेरेसिस हानियां कम होती है।

81. एक पटलित क्रोड में-

a. हिस्टेरेसिस हानियाँ कम होती है।
b. भंवर धारा हानियाँ कम होती है।
c. लोह हानियाँ कम होती है।
d. ताम्र हानियाँ कम होती है।

उत्तर- b. भंवर धारा हानियाँ कम होती है।

विवरण- एक पटलित क्रोड में भंवर धारा हानियाँ कम होती है |

82. यदि परिणामित्र की प्रदाय वोल्टेज व आवृत्ति दोनों पहले से आधी कर दी जावें तो-

a. फ्लक्स घनत्व स्थिर रहेगा।
b. फ्लक्स घनत्व एक चोथाई हो जायेगा।
c. फ्लक्स घनत्व आधा हो जायेगा।
d. फ्लक्स घनत्व दुगुना हो जायेगा।

उत्तर- a. फ्लक्स घनत्व स्थिर रहेगा।

83. परिणामित्र (Transformer) में प्रति वोल्ट टर्न प्राथमिक व द्वितीयक में -

a. एक निश्चित अनुपात में रहते हैं।
b. भिन्न-भिन्न रहते है।
c. K के अनुपात में होते है।
d. समान रहते है।

उत्तर- d. समान रहते है।

विवरण- किसी परिणामित्र में प्राथमिक व द्वितीयक में प्रति वोल्ट टर्न समान होते हैं |

84. कौन सा परिणामित्र आकार में छोटा है-

a. 10 KVA, 60 HZ
b. 10 KVA, 50 Hz
c. 10 KVA, 100 Hz
d. 10 KVA, 300 Hz

उत्तर- d. 10 KVA, 300 Hz

विवरण- अधिक आवृति वाले परिणामित्र का आकार छोटा होता है अथवा छोटा बनाया जा सकता है |

85. स्टैप डाउन ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक कुंडलन में -

a. करंट द्वितीयक वाइंडिंग से अधिक होता है।
b. टर्न द्वितीयक से कम होते है।
c. वाइंडिंग पतले तार से कुण्डलित होती है।
d. वाइंडिंग मोटे तार से कुण्डलित होती है

उत्तर- c. वाइंडिंग पतले तार से कुण्डलित होती है।

विवरण- स्टैप डाउन ट्रांसफॉर्मर की प्राथमिक कुंडलन पतले तार से अधिक लपेट वाली बनाई जाती है तथा द्वितीयक कुंडलन मोटे तार से कम लपेट वाली बनाई जाती है |

86. परिणामित्र की द्वितीयक कुंडलन में प्रेरित वि.वा.बल निर्भर करता है-

a. क्रोड में केवल अधिकतम चुम्बकीय फ्लक्स पर
b. द्वितीयक कुंडलन की आवृत्ति, टर्नों की संख्या और फ्लक्स पर ।
c. केवल आवृत्ति पर
d. द्वितीयक की वर्तों पर

उत्तर- b. द्वितीयक कुंडलन की आवृत्ति, टर्नों की संख्या और फ्लक्स पर ।

87. परिणामित्र (Transformer) में अन्योन्य फ्लक्स का परिमाण होता है-

a. सभी भारों पर समान
b. उच्च भार पर उच्च व निम्न भार पर निम्न
c. निम्न भार पर उच्च व उच्च भार पर निम्न
d. उच्च भार पर परिवर्तनशील व निम्न भार पर स्थिर

उत्तर- a. सभी भारों पर समान

विवरण- परिणामित्र में अन्योन्य फ्लक्स का परिणाम सभी भारों पर समान होता है।

88. परिणामित्र का कोर किस धातु का बना होता है-

a. तांबा
b. एल्यूमिनियम
c. कार्बन
d. सिलिकॉन स्टील

उत्तर- d. सिलिकॉन स्टील

विवरण- परिणामित्र का कोर सिलिकॉन स्टील बनता है।

89. परिणामित्र के किस भाग में भंवर धारा हानि होती है ?

a. तेल में
b. वाइंडिंग में
c. टर्मिनलों पर
d. क्रोड में

उत्तर- d. क्रोड में

90. एक आदर्श परिणामित्र में-

a. प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन में टर्नों की संख्या बराबर होती है।
b. जिसमें किसी भी प्रकार की हानियाँ नहीं होती हैं |
c. जो क्रियाहीन होता है।
d. उपरोक्त में कोई नहीं

उत्तर- b. जिसमें किसी भी प्रकार की हानियाँ नहीं होती हैं | 

विवरण- आदर्श परिणामित्र में किसी प्रकार की हानियां नहीं होती हैं | लेकिन ये एक कल्पना मात्र है, वास्तव में इस प्रकार का कोई परिणामित्र नहीं है जिसमे हानियां नहीं होती हों |

Objective questions of Transformer part 1

91. 1 KVA परिणामित्र की उच्च वोल्टेज वाइंडिंग में टर्नों की संख्या 3 टर्न / वोल्ट है। यदि उच्च वोल्टेज कुंडलन की वोल्टेज 220 वोल्ट है तो उच्च वोल्टेज कुंडलन में टर्नों की संख्या कितनी होगी ?

a. 770 टर्न
b. 44 टर्न
c. 150 टर्न
d. 660 टर्न

उत्तर- d. 660 टर्न

विवरण- एक वोल्ट पर टर्नों की संख्या = 3 टर्न,  इसलिए 220 वोल्ट पर टर्नो की संख्या = 220 x 3 = 660 टर्न

92. 2 KVA, 250V/125V एकल चरण परिणामित्र में लो वोल्टेज की तरफ करंट की गणना करें-

a. 8 Amp
b. 32 Amp
c. 16 Amp
d. 250 Amp

उत्तर- c. 16 Amp

विवरण- परिणामित्र की क्षमता = 2 KVA (2000 VA), लो वोल्टेज = 125 V, इसलिए लो वोल्टेज की तरफ करंट = 2000/125 = 16 Amp

 

93. परिणामित्र के परिणमन अनुपात (Transformation ratio) (K) का सूत्र क्या है ?

a. K=E2/E1=N1/N2=I1/I2
b. K=E2/E1=N2/N1=I1/I2
c. K=E1/E2=N1/N2=I1/I2
d. K=E1/E2=N2/N1=I2/I1

उत्तर- b. K=E2/E1=N2/N1=I1/I2

 

94. एक 50 KVA, 2400V/240V, 50Hz परिणामित्र की द्वितीयक कुंडलन में 150 टर्न है | प्राथमिक कुंडलन में टर्नों की संख्या कितनी होगी ?

a. 3000 टर्न
b. 1500 टर्न
c. 240 टर्न
d. 2000 टर्न

उत्तर- b. 1500 टर्न

विवरण- द्वितीयक कुंडलन में प्रति वोल्ट टर्न = 150/240 = 0.625, इसलिए प्राथमिक कुंडलन में टर्नों की संख्या = 0.625 x 2400 = 1500 टर्न |

95. परिणामित्र के अतितापन (Over heat) के लिए कारण हो सकता है-

a. निवेश वोल्टेज न्यून है 
b. उच्च परिवेशी तापमान
c. भार बहुत अधिक है।
d. समय पर रखरखाव नहीं किया है |

उत्तर- c. भार बहुत अधिक है।

विवरण- परिणामित्र पर अधिक भार होने की वजह से परिणामित्र में अतितापन की अवस्था पैदा हो जाती है।

96. एक कुंडलन वाला परिणामित्र कहलाता है-

a. शक्ति परिणामित्र (Power transformer)
b. वितरण परिणामित्र (Distribution transformer)
c. पोटेंशियल परिणामित्र (Potential transformer)
d. स्व. परिणामित्र (Auto transformer)

उत्तर- d. स्व. परिणामित्र (Auto transformer) 

97. स्व. परिणामित्र (Auto transformer) किस सिद्धांत पर कार्य करता है ?

a. फैराडे के सिद्धांत पर
b. स्वप्रेरण पर (Self induction)
c. चुम्बकीय प्रेरण पर (Magnetic induction)
d. अन्योन्य प्रेरण पर (Mutual induction)

उत्तर- b. स्वप्रेरण पर (Self induction)

98. किस परिणामित्र की द्वितीयक कुंडलन को सुरक्षा की द्रष्टि से खुला नहीं रखना चाहिए ?

a. शक्ति परिणामित्र (Power transformer)
b. वितरण परिणामित्र (Distribution transformer)
c. पोटेंशियल परिणामित्र (Potential transformer)
d. करंट परिणामित्र (Current Transformer)

उत्तर- d. करंट परिणामित्र (Current Transformer)

99. परिणामित्र में प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन आपस में जुडी होती हैं-

a. विधुतीय रूप से
b. चुम्बकीय रूप से
c. यांत्रिक रूप से
d. उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर- b. चुम्बकीय रूप से 

100. एक परिणामित्र में शून्य लोड पर हानियां होती हैं-

a. केवल लोह हानियां
b. केवल ताम्र हानियां
c. लोह हानियां व ताम्र हानियां दोनों
d. उपरोक्त में से कोई नहीं 

उत्तर- a. केवल लोह हानियां

Objective questions of Transformer part 1

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