Objective questions of Transformer part 2
1. परिणामित्र में लगे हॉर्न गैप का कार्य है-
A. उच्च धारा (Over current) से रक्षा करना
B. तड़ित (Lightning) से रक्षा करना
C. दोष (Fault) होने पर रक्षा करना
D. उच्च तापमान से रक्षा करना
उत्तर- B. तड़ित (Lightning) से रक्षा करना
2. परिणामित्र (Transformer) के किस भाग में भंवर धारा हानि (Eddy current losses) होती है।
A. क्रोड में
B. वाइंडिंग में
C. ब्रीदर में
D. तेल में
उत्तर- A. क्रोड में
विवरण- भंवर धारा हानि तथा हिस्टेरेसिस हानि क्रोड़ में होती हैं |
3. परिणामित्र (Transformer) कार्य करता है -
A. केवल दिष्टधारा पर
B. केवल प्रत्यावर्ती धारा पर
C. दोनों पर
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर-B. केवल प्रत्यावर्ती धारा पर
विवरण- दिष्टधारा में प्रेरण का गुण नहीं होने के कारण परिणामित्र को दिष्टधारा प्रदाय से जोड़ने पर उसकी कुंडलन जल सकती है |
4. सामान्य सिलिका जेल किस रंग का होता है ? जो परिणामित्र के ब्रीदर में भरा हुआ होता है |
A. नीला बैंगनी
B. काला
C. हरा
D. पीला
उत्तर- A. नीला बैंगनी
विवरण- ट्रांसफॉर्मर के ब्रीदर में प्रयोग होने वाला ताजा सिलिका जेल निलॉसन लिए हुए बैंगनी रंग का होता है।
5. परिणामित्र तेल की परावैद्युत सामर्थ्य 20 kV से कम होने पर उसे-
A. कुंडलन में वार्निश करनी चाहिए
B. परिणामित्र में ही रहने देना चाहिये
C. फिल्टर करना चाहिये
D. परिणामित्र से निकाल देना चाहिये
उत्तर- C. फिल्टर करना चाहिये
विवरण- परिणामित्र का तेल जिसकी परावैद्युत सामर्थ्य 20 kV से कम हो गई हो उसे फ़िल्टर करके उपयोग करना चाहिए |
6. परिणामित्र के अधिक गर्म होने की क्या सम्भावना हो सकती है-
A. अतिभार
B. न्यून निवेश वोल्टता
C. उच्च परिवेशी तापमान
D. परिणामित्र के टर्मिनल ढीले होना
उत्तर- A. अतिभार
विवरण- परिणामित्र पर बहुत अधिक भार होने पर परिणामित्र अधिक गर्म होने लगता है |
7. वह यंत्र जो उच्च वोल्टता व उच्च धारा को सुरक्षित मापन मान तक कम कर सकता है
A. मल्टीमीटर (Multimeter)
C. शक्ति परिणामित्र (Power transformer)
B. स्व परिणामित्र (Auto transformer)
D. उपयन्त्र परिणामित्र (Instrument transformer)
उत्तर- D. उपयन्त्र परिणामित्र (Instrument transformer)
विवरण- उपयंत्र परिणामित्रों का उपयोग अधिक धारा अथवा वोल्टेज को कम कर मापने के लिए किया जाता है |
8. परिणामित्र किस प्रकार की मशीन है -
A. चलायमान मशीन
B. घूर्णीय मशीन
C. स्थैतिक मशीन
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- C. स्थैतिक मशीन
9. सामान्यतः शक्ति परिणामित्र को निम्न विधी द्वारा ठण्डा किया जाता है |
A. जल दाब द्वारा
B. वायु द्वारा ठण्डा
C. वायु दाब द्वारा ठण्डा
D. तेल द्वारा वायु दबाव से
उत्तर- D. तेल द्वारा वायु दबाव से
विवरण- सामान्यतः शक्ति परिणामित्र वायु दबाव से ठन्डे होने वाले तेल से भरे परिणामित्र होते हैं |
10. आदर्श परिणामित्र
A. जिसमें क्षरण प्रतिघात व हानियाँ नहीं होती हैं
B. जो अधिक गर्म नहीं होता है
C. प्राथमिक व द्वितीयक कुंडली में घुमावों की संख्या बराबर होती है
D. जिसमे केवल एक ही कुंडलन होती है
उत्तर- A. जिसमें क्षरण प्रतिघात व हानियाँ नहीं होती हैं
विवरण- एक आदर्श परिणामित्र में क्षरण प्रतिघात व हानियां नहीं होती हैं। लेकिन यह एक काल्पनिक परिणामित्र है, वास्तव में इस प्रकार का कोई परिणामित्र नहीं होता है |
Objective questions of Transformer part 2
11. परिणामित्र में लीकेज फ्लक्स निर्भर करता है—
A. प्रभावी वोल्टेज पर
B. लोड धारा पर
C. आवृति पर
D. मुचुअल फ्लक्स पर
उत्तर- B. लोड धारा पर
12. टैप्ड परिणामित्र क्या होता है ?
A. किसी भी कुंडलन से कई टर्मिनल निकाले हों, जिनसे वोल्टेज एडजस्ट की जा सके
B. जिसकी द्वितीयक कुंडलन में टेप हों
C. जिसकी प्राथमिक कुंडलन में टेप हों
D. इनमें से कोई नही।
उत्तर- A. किसी भी कुंडलन से कई टर्मिनल निकाले हों, जिनसे वोल्टेज एडजस्ट की जा सके
विवरण- वह परिणामित्र जिसमें वोल्टेज को एडजेस्ट करने के लिए किसी भी कुंडलन से कई टेप निकाली गई हों, टैप्ड परिणामित्रन कहलाता है |
13. एक 240V/24V स्टैप डाउन परिणामित्र को प्रकाश भार से जोड़ा गया है | प्रकाश भार का तुल्यमान प्रतिरोध 10 Ω है, परिणामित्र की द्वितीयक धारा क्या होगी ?
A. 2.0 A
C. 5.5 A
B. 10.18 A
D. 2.4 A
उत्तर- D. 2.4 A
विवरण- भार को मिलने वाली वोल्टेज = 24 V
भार का प्रतिरोध = 10 Ω
अतः द्वितीयक की धारा = 24/10 = 2.4 A
उक्त प्रश्न में प्रकाश भार होने के कारण पॉवर फैक्टर 1 माना गया है |
14. एक परिणामित्र पर लघु परिपथ परिक्षण (Short circuit test) करते समय मापक उपकरण कहां लगाये जाते हैं-
A. निम्न वोल्टेज की तरफ
B. उच्च वोल्टेज की तरफ
C. किसी भी तरफ
D. दोनों तरफ
उत्तर- B. उच्च वोल्टेज की तरफ
15. एक परिणामित्र पर खुला परिपथ परिक्षण (Open circuit test) करते समय मापक उपकरण कहां लगाये जाते हैं-
A. निम्न वोल्टेज की तरफ
B. उच्च वोल्टेज की तरफ
C. किसी भी तरफ
D. दोनों तरफ
उत्तर- A. निम्न वोल्टेज की तरफ
16. 3 फेज से 2 फेज करने वाले परिणामित्र की सबसे उपयुक्त विधि है-
A. स्टार-डेल्टा संयोजन
B. डेल्टा-स्टार संयोजन
C. स्कॉट संयोजन
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- C. स्कॉट संयोजन
17. एक 100:10 अनुपात वाले धारा परिणामित्र (CT) से जुड़े हुए एमीटर पर रीडिंग 3 A है | परिपथ से गुजरने वाली वास्तविक धारा क्या होगी ?
A. 10A
B. 100A
C. 30A
D. 90A
उत्तर- C. 30A
18. धारा परिणामित्र (CT) के कनेक्शन करते समय इसकी द्वितीयक को लघु पथित क्यों किया जाता है ?
A. इससे क्रोड़ का सेचुरेशन तथा उच्च वोल्टेज प्रेषित नहीं होती
B. इंसुलेशन ख़राब हो सकता है |
C. CT ख़राब हो सकती है
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- A. इससे क्रोड़ का सेचुरेशन तथा उच्च वोल्टेज प्रेषित नहीं होती
19. ............ परिणामित्र की प्राथमिक जब प्रदाय से जुडी होती है तब इसकी द्वितीयक को कभी खुला नहीं छोड़ा जाता है |
A. शक्ति परिणामित्र
B. वोल्टेज परिणामित्र
C. करंट परिणामित्र
D. स्व. परिणामित्र
उत्तर- C. करंट परिणामित्र
विवरण- करंट परिणामित्र की द्वितीयक को तब खुला नहीं छोड़ा जाता जब इसकी प्राथमिक प्रदाय से जुडी हो क्योंकि उस समय इससे खतरनाक विधुत झटका लग सकता है |
20. परिणामित्र का वह भाग जो अत्यधिक तापमान से सबसे अधिक प्रभावित होता है-
A. कुंडली के प्रतिरोधक
B. मुख्य कुंडली
C. क्रोड़
D. तेल
उत्तर- A. कुंडली के प्रतिरोधक
Objective questions of Transformer part 2
21. वायु प्रवाह से ठन्डे होने वाले परिणामित्र को कहा जाता है -
A. तेल पूरित परिणामित्र
B. शुष्क प्रकार परिणामित्र
C. वाष्प ठण्डा परिणामित्र
D. उच्च ताप बिन्दु परिणामित्र
उत्तर- B. शुष्क प्रकार परिणामित्र
विवरण- वायु प्रवाह से ठन्डे होने वाले परिणामित्र को शुष्क प्रकार परिणामित्र कहा जाता है |
22. एक 2500/250 V, 50Hz, 25KVA आदर्श परिणामित्र की द्वितीयक कुण्डलन में 50 वर्त है, इस परिणामित्र की प्राथमिक कुण्डलन में वर्तों की संख्या क्या होगी-
A. 500
B. 600
C. 440
D. 250
उत्तर- A. 500
विवरण-
E2/E1 = N2/N1
250/2500 = 50/E1 = 500 वर्त
23. एक अच्छे परिणामित्र की पूर्ण लोड पर दक्षता होती है-
A. 78%
B. 100%
C. 98%
D. 94%
उत्तर- C. 98%
24. शून्य भार पर एक परिणामित्र का शक्ति गुणक कम होता है क्योंकि-
A. क्रियाशील घटक अधिक होता है।
B. I∘ का लोह हानि अवयव बड़ा होता है।
C. I∘ का चुम्बकन अवयव छोटा होता है।
D. I∘ का चुम्बकन अवयव बड़ा होता है।
उत्तर- D. I∘ का चुम्बकन अवयव बड़ा होता है।
25. एक धारा परिणामित्र (CT) द्वारा 200 A धारा को 10 A के एमीटर द्वारा मापा जाता है | उक्त में जो धारा परिणामित्र प्रयोग किया जाता है वह किसकी तरह कार्य करता है ?
A. शक्ति परिणामित्र
B. वितरण परिणामित्र
C. स्टेप-अप परिणामित्र
D. स्टेप-डाउन परिणामित्र
उत्तर- C. स्टेप-अप परिणामित्र
विवरण- स्टेप-अप परिणामित्र वोल्टेज को बढाता है तत्पश्चात यह धारा को कम कर देता है | धारा परिणामित्र (CT) भी धारा को कम करता है |
26. सरंक्षक (Conservetar) का कार्य है ।
A. विस्फोट होने से रोकना
B. टैंक में वायु के प्रवाह को रोकना
C. परिणामित्र तेल के विस्तारण एवं संकुचन के लिए जगह उपलब्ध कराना
D. परिणामित्र के टैंक में आर्द्रता जाने से रोकना
उत्तर- C. परिणामित्र तेल के विस्तारण एवं संकुचन के लिए जगह उपलब्ध कराना
विवरण- परिणामित्र टैंक में तेल गर्म होने पर उसका विस्तार होता है जो परिणामित्र के संरक्षक में चला जाता है तथा टैंक में तेल कम पड़ने पर संरक्षक ही उसकी पूर्ति करता है |
27. एक 100 KVA, 200Hz परिणामित्र को अगर 100Hz स्रोत से जोड़ा जाये तो उसकी रेटिंग क्या होगी ?
A. 200 KVA
B. 100 KVA
C. 50 KVA
D. 25 KVA
उत्तर- C. 50 KVA
विवरण- आवृति कम करने पर परिणामित्र की दक्षता भी कम हो जाती है |
28. शून्य भार पर परिणामित्र की इनपुट शक्ति कौनसी हानियों के तुल्य होती है?
A. हिस्टेरेसिस हानि
B. भंवर धारा हानि
C. लोह हानि
D. ताम्र हानि
उत्तर- C. लोह
विवरण- शून्य भार पर परिणामित्र की इनपुट शक्ति व्यावहारिक तौर पर लोह हानियों के तुल्य होती है।
29. कम भार पर परिणामित्र की दक्षता कम तथा अधिक भार पर अधिक होती है | क्यों ?
A. क्योंकि स्थिर हानियाँ प्रत्येक भार पर स्थिर होती हैं
B. कम भार पर ताम्र हानियाँ कम होने के कारण
C. अधिक हानियाँ होने के कारण
D. कम हानियाँ होने के कारण
उत्तर- A. क्योंकि स्थिर हानियाँ प्रत्येक भार पर स्थिर होती हैं
30. किसी परिणामित्र की बुशिंग की सतह पर फ़्लैश का क्या कारण हो सकता है ?
A. परिणामित्र तेल (Transformer oil) में नमी
B. बुशिंग की सतह पर गंदगी होना
C. कुंडलन लघुपथित होना
D. अधिक लोड होना
उत्तर- B. बुशिंग की सतह पर गंदगी होना
Objective questions of Transformer part 2
31. अग्रगामी (Leading) शक्ति गुणक वाले भार पर ट्रांसफॉर्मर की द्वितीयक पूर्ण भार वोल्टता होती है-
A. शून्य भार वोल्टता के बराबर
B. शून्य भार वोल्टता से चौथाई
C. शून्य भार वोल्टता से अधिक
D. शून्य भार वोल्टता से कम
उत्तर- C. शून्य भार वोल्टता से अधिक
32. एक अच्छे परिणामित्र का वोल्टेज नियमन (Voltage regulation) लगभग होता है -
A. 0.20%
B. 8.00%
C. 2.00%
D. 15.00%
उत्तर- C. 2.00%
33. परस्पर फ्लक्स (Mutual Flux) का सम्बन्ध होता है-
A. द्वितीयक कुण्डलन से
B. प्राथमिक कुण्डलन से
C. दोनों कुंडलनों से
D. क्रोड से
उत्तर- C. दोनों कुंडलनों से
34. एक परिणामित्र पर लगी लोहे की ट्यूब से ................होता है |
A. परिणामित्र की दक्षता बढ़ जाती है |
B. परिणामित्र ठंडा रहता है |
C. क्षमता में वृद्धि हो जाती है |
D. वोल्टेज रेगुलेशन में सुधार होता है |
उत्तर- B. परिणामित्र ठंडा रहता है |
35. परिणामित्र में शून्य भार धारा प्रदाय वोल्टता से लगभग कितनी पश्चगामी होती है ?
A. 50°
B. 60°
C. 85°
D. 35°
उत्तर- C. 85°
विवरण- एक परिणामित्र में शून्य भार धारा प्रदाय वोल्टता से लगभग 85° पश्चगामी होती है।
36. एक आदर्श परिणामित्र जब शून्य भार पर होता है तब उसकी प्राथमिक प्रदाय वोल्टता को सन्तुलित करती है-
A. दोनों कुंडलनों में वोल्टेज ड्राप
B. प्रतिरोध
C. द्वितीयक कुंडलन में प्रेरित वोल्टता
D. प्राथमिक कुंडलन में प्रेरित वोल्टता
उत्तर- D. प्राथमिक कुंडलन में प्रेरित वोल्टता
विवरण- एक आदर्श परिणामित्र जब शून्य भार पर होता है तब उसकी प्राथमिक प्रदाय वोल्टता को प्राथमिक कुंडलन में प्रेरित वोल्टता संतुलित रखती है।
37. परिणामित्र लोड की तरफ से लघु पथित (Short circuit) होने पर प्राथमिक कुंडलन का पॉवर फैक्टर लगभग होगा-
A. 0.4 Lagging
B. 0.4 Leading
C. 1
D. 0
उत्तर- C. 1
38. एक परिणामित्र में शून्य भार धारा पूर्ण भार धारा से-
A. 1% से 3% होती है।
B. 5% से 25% होती है
C. 10% से 15% होती है।
D. 50% से 60% तक होती है ।
उत्तर- A. 1% से 3% होती है।
विवरण- एक परिणामित्र में शून्य भार धारा पूर्ण भार धारा की लगभग 1% से 3% होती है।
39. वायुमंडलीय तापमान में परिवर्तन के कारण परिणामित्र तेल के आयतन में परिवर्तन किस भाग द्वारा संतुलित किया जाता है ?
A. ब्रीदर द्वारा
B. रेडिएटर द्वारा
C. संरक्षक द्वारा
D. बकोल्ज रिले द्वारा
उत्तर- C. संरक्षक द्वारा
विवरण- वातावरण गर्म होने पर परिणामित्र टैंक में तेल भी गर्म होता है जिसका विस्तार होता है जो परिणामित्र के संरक्षक में चला जाता है तथा वातावरण ठंडा होने पर टैंक में तेल का संकुचन होता है जिसकी पूर्ति संरक्षक ही करता है |
40. परिणामित्रों (Transformers) की दोनों कुण्डलनों के बीच युग्मन (Coupling) किस प्रकार बढ़ाया जा सकता है-
A. टर्न अनुपात बढ़ा कर
B. क्रोड पर प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन को ऊपर-नीचे रख कर
C. इन्सुलेशन घटा कर
D. प्राथमिक वोल्टेज बढ़ा कर
उत्तर- B. क्रोड पर प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन को ऊपर-नीचे रख कर
विवरण- दोनों कुंडलनों को अलग-अलग लिंब पर रखने के स्थान पर एक दूसरे के ऊपर रखने पर कुंडलनों के बीच युग्मन बढ़ जाता है |
Objective questions of Transformer part 2
41. सी.टी. के टर्मिनलों से एमीटर को हटाने से पूर्व क्या करना चाहिए ?
A. ग्राउंडिंग कर देना चाहिए |
B. एमीटर को हटाने से पूर्व सी.टी. के टर्मिनलों को लघु परिपथ कर देना चाहिए |
C. सी.टी. के टर्मिनलों को उच्च प्रतिरोधक से जोड़ देना चाहिए |
D. एक कैपेसीटर जोड़ देना चाहिए |
उत्तर- B. एमीटर को हटाने से पूर्व सी.टी. के टर्मिनलों को लघु परिपथ कर देना चाहिए |
विवरण- एमीटर को हटाने से पूर्व सी.टी. के टर्मिनलों को लघु परिपथ कर देना चाहिए अन्यथा एक घातक विधुत झटका लगने की सम्भावना रहती है |
42. परिणामित्र में प्राथमिक क्षरण फ्लक्स का किससे सम्बन्ध होता है ?
A. प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन दोनों से
B. केवल प्राथमिक कुण्डलन से
C.केवल द्वितीयक कुण्डलन से
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- B. केवल प्राथमिक कुण्डलन
43. शून्य भार पर किसी परिणामित्र का पॉवर फैक्टर होता है-
A. 0 (शून्य)
B. लगभग 0.9 Lagging
C. लगभग 0.4 Lagging
D. 1
उत्तर- C. लगभग 0.4 Lagging
44. स्व परिणामित्र (Auto transformer) में प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन आपस में जुडी होती हैं |
A. चुम्बकीय और विद्युत रूप से
B. केवल विद्युत रूप से
C. केवल चुम्बकीय रूप
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- A. चुम्बकीय और विद्युत रूप से
45. परिणामित्र में तेल क्यों डाला जाता है ?
A. केवल स्नेहन के लिए
B. इंसुलेशन व शीतलन दोनों के लिए
C. केवल इंसुलेशन के लिए
D. केवल शीतलन के लिए
उत्तर- B. इंसुलेशन व शीतलन दोनों के लिए
विवरण- इंसुलेशन व शीतलन के लिए परिणामित्र में तेल डाला जाता है |
46. परिणामित्र में क्षरण फ्लक्स के कारण क्या नुकसान होता है ?
A. क्रोड में झनझनाहट आती है।
B. लोह हानियाँ होती हैं
C.ताम्र हानियाँ होती हैं
D. कुण्डलनों में वोल्टता पात होता है।
उत्तर- D. कुण्डलनों में वोल्टता पात होता है।
विवरण- परिणामित्र में क्षरण फ्लक्स होने के कारण कुंडलन में वोल्टता पात बढ़ जाता है।
47. छोटे वितरण परिणामित्रों में निम्न सुरक्षा नहीं होती है-
A. बकोल्ज रिले
B. ओवर करंट सुरक्षा
C. ओवर वोल्टेज सुरक्षा
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- A. बकोल्ज रिले
विवरण- बकोल्ज रिले बड़े परिणामित्रों में लगाई जाती है |
48. अधिकतम दक्षता पर कार्य कर रहे एक परिणामित्र में लोह हानियां 1000 वाट हैं तो ताम्र हानियाँ कितनी होंगी ?
A. 500 वाट
B. 1000 वाट
C. 250 वाट
D. 2000 वाट
उत्तर- B. 1000 वाट
49. परिणामित्र में तापमान निम्न के समानुपात में बढ़ता है-
A. प्रतिकारक शक्ति
B. अनुमानित शक्ति
C. क्षरण प्रतिघात
D. उपरोक्त में कोई नहीं
उत्तर- B. अनुमानित शक्ति
50. परिणामित्र की वो हानियाँ जो आवृति बढ़ने से बढती हैं-
A. हिस्टेरेसिस हानियाँ
B. भंवर धारा हानियाँ
C. लोह हानियाँ
D. उपरोक्त सभी
उत्तर- B. भंवर धारा हानियाँ
Objective questions of Transformer part 2

51. निम्न को कम करने के लिए परिणामित्र की प्राथमिक व द्वितीयक कुण्डलन एक दूसरे के ऊपर रखी जाती है-
A. क्षरण प्रतिघात (Leakage Reactance)
B. ताम्र हानियों
C. लोह हानियों
D. प्रतिरोध
उत्तर- A. क्षरण प्रतिघात (Leakage Reactance)
विवरण- परिणामित्र की प्राथमिक व द्वितीयक कुंडलन को एक-दूसरे के ऊपर रखने से क्षरण प्रतिघात (Leakage Reactance) कम हो जाता है |
52. परिणामित्र में क्षरण फ्लक्स किस कारण से होता है ?
A. कुंडलन के प्रतिरोध के कारण
B. प्रदाय वोल्टता ज्या तरंग होती है
C. लोह क्रोड की अधिक चुम्बकशीलता के कारण
D. वायु एक अच्छा चुम्बकीय प्रतिरोधक नहीं है
उत्तर- D. वायु एक अच्छा चुम्बकीय प्रतिरोधक नहीं है
53. परिणामित्र में शून्य भार धारा, पूर्ण भार धारा का लगभग कितना प्रतिशत होती है ?
A. 8 से 10%
B. 1 से 3%
C. 5 से 8%
D. 10 से 12%
उत्तर- B. 1 से 3%
54. परिणामित्र में अन्योन्य फ्लक्स (Mutual Flux) का सभी भारों पर स्थिर रहने का क्या कारण है ?
A. परिणामित्र में तेल का उपयोग करने के कारण
B. क्षरण फ्लक्स कम होने के कारण
C. प्रदाय वोल्टता व प्रदाय आवृत्ति स्थिर होने के कारण
D. सिलिकॉन स्टील की क्रोड उपयोग में लाने के कारण
उत्तर- C. प्रदाय वोल्टता व प्रदाय आवृत्ति स्थिर होने के कारण
विवरण- परिणामित्र में प्रदाय वोल्टता व प्रदाय आवृत्ति स्थिर होने के कारण सभी भारों पर अन्योन्य फ्लक्स भी स्थिर होती है |
55. परिणामित्र की ध्रुवता का किस परीक्षण द्वारा पता लगाया जाता है ?
A. खुला परिपथ परीक्षण
B. बंद परिपथ परीक्षण
C. फेजिंग आउट परीक्षण
D. मल्टीमीटर द्वारा
उत्तर- C. फेजिंग आउट परीक्षण
56. किस शक्ति गुणक पर किसी परिणामित्र के रेगूलेशन का मान अधिक होता है ?
A. 1.0 शक्ति गुणक पर
B. 0.6 पश्चगामी शक्ति गुणक पर
C. 0.8 पश्चगामी शक्ति गुणक पर
D. 0.9 अग्रगामी शक्ति गुणक पर
उत्तर- B. 0.6 पश्चगामी शक्ति गुणक पर
57. बकोल्ज रिले परिणामित्र व मानव को किस प्रकार सुरक्षा प्रदान करता है ?
A. परिणामित्र के बाहर इलैक्ट्रिकल फॉल्ट होने पर
B. परिणामित्र टैंक के अन्दर इलैक्ट्रिकल फॉल्ट होने पर
C. परिणामित्र के बाहरी और आतंरिक दोनों फॉल्ट पर
D. इनमें से कोई नहीं
उत्तर- C. परिणामित्र के बाहरी और आतंरिक दोनों फॉल्ट पर
विवरण- परिणामित्र टैंक के अन्दर इलैक्ट्रिकल फॉल्ट होने पर बकोल्ज रिले कार्य करती है तथा परिणामित्र के बाहर आउटपुट में फॉल्ट होने पर अचानक से अधिक करंट बहने पर भी बकोल्ज रिले कार्य करती है |
58. एक परिणामित्र भार पर 10600 वोल्टेज प्रदान कर रहा है और भार हटाने पर यह 11000 वोल्ट प्रदान कर रहा है तो इसका वोल्टेज नियमन (Voltage regulation) क्या होगा ?
A. 3.77 %
B. 4.50 %
C. 5.50 %
D. 37.8 %
उत्तर- A. 3.77 %
59. एक उच्चाई परिणामित्र (Step-up transformer) किसे अधिक करता है ?
A. वोल्टेज को
B. धारा को
C. शक्ति को
D. शक्ति गुणक को
उत्तर- A. वोल्टेज को
60. एक उच्चाई परिणामित्र (Step-up transformer) किसे कम करता है ?
A. वोल्टेज को
B. धारा को
C. शक्ति को
D. शक्ति गुणक को
उत्तर- B. धारा को
Objective questions of Transformer part 2
61. एक अपचाई परिणामित्र (Step-down transformer) किसे कम करता है ?
A. वोल्टेज को
B. धारा को
C. शक्ति को
D. शक्ति गुणक को
उत्तर- A. वोल्टेज को
62. एक अपचाई परिणामित्र (Step-down transformer) किसे अधिक करता है ?
A. वोल्टेज को
B. धारा को
C. शक्ति को
D. शक्ति गुणक को
उत्तर- B. धारा को
63. कौन सी सावधानी बरतनी चाहिए जब विभव परिणामित्र (Potential transformer) से वोल्ट मीटर को अलग किया जाता है ?
A. द्वितीयक टर्मिनलों को भूसंपर्कित करना
B. टर्मिनलों का विधुत रोधन करना
C. द्वितीयक टर्मिनलों के बीच निम्न प्रतिरोध वाले शंट का संयोजन करना
D. द्वितीयक टर्मिनलों को लघुपथित करना
उत्तर- C. द्वितीयक टर्मिनलों के बीच निम्न प्रतिरोध वाले शंट का संयोजन करना
64. स्कॉट संयोजन (Scott Connection) का प्रयोग क्यों किया जाता है ?
A. तीन फेज प्रदाय को दो एक फेज प्रदाय में परिवर्तित करने के लिए
B. तीन फेज प्रदाय को एक फेज प्रदाय में परिवर्तित करने के लिए
C. एक फेज प्रदाय को तीन फेज प्रदाय में परिवर्तित करने के लिए
D. एक फेज प्रदाय को दो फेज प्रदाय में परिवर्तित करने के लिए
उत्तर- A. तीन फेज प्रदाय को दो एक फेज प्रदाय में परिवर्तित करने के लिए
विवरण- स्कॉट संयोजन का प्रयोग करके तीन फेज प्रदाय को एक फेज के दो अलग-अलग प्रदाय में परिवर्तित किया जाता है |
65. एक परिणामित्र खुले परिपथ (Open Circuit) पर 700W का पाठ्यांक दिखाता है लघु पथ परीक्षण पर पाठ्यांक 2000W का पाठ्यांक दिखाता है। परिणामित्र की लौह हानि क्या होगी ?
A. 700 वाट
B. 800 वाट
C. 2000 वाट
D. 2700 वाट
उत्तर- A. 700 वाट
66. शक्ति परिणामित्र (Power transformer) को आमतौर पर ठंडा किया जाता है-
A. तेल कूलिंग द्वारा
B. प्राकृतिक वायु द्वारा
C. वायु ब्लास्ट द्वारा
D. इनमें से कोई नहीं
उत्तर- A. तेल कूलिंग द्वारा
विवरण- साधारणतः शक्ति परिणामित्र को तेल द्वारा ठंडा (Oil cooling) किया जाता है
67. परिणामित्र की दक्षता उच्च होने का कारण है-
A. धारिता युग्मन की तरह उपयोग होने के कारण
B. दोहरी कुंडलन होने के कारण
C. एक स्थिर मशीन होने के कारण
D. चुम्बकीय युग्मन होने के कारण
उत्तर- C. एक स्थिर मशीन होने के कारण
विवरण- परिणामित्र में कोई चलायमान भाग (Movable part) नहीं होने के कारण इसकी दक्षता उच्च होती है |
68. एक परिणामित्र में पूर्ण लोड पर ताम्र हानियाँ 500 वाट हैं तो आधे रोड पर ताम्र हानियां कितनी होंगी ?
A. 125 वाट
B. 250 वाट
C. 500 वाट
D. 1000 वाट
उत्तर- A. 125 वाट
69. परिणामित्र क्रोड की पटलों के मध्य वायु अन्तराल रहने पर हमें क्या करना होगा कि परिणामित्र का चुम्बकीय मान कम ना हो ?
A. प्राथमिक कुण्डलन में अधिक एम्पियर टर्न लगाने होंगे
B. निवेशी वोल्टता बढानी होगी
C. वाइंडिंग का प्रतिरोध बढ़ाना होगा
D. भार कम करना होगा
उत्तर- A. प्राथमिक कुण्डलन में अधिक एम्पियर टर्न लगाने होंगे
विवरण- परिणामित्र क्रोड की पटलों के मध्य वायु अन्तराल रहने से परिणामित्र का चुम्बकीय मान कम हो जाता है जिसकी पूर्ति के लिए हमें प्राथमिक कुंडलन में एम्पियर टर्न बढ़ाने होंगे |
70. एक परिणामित्र की क्षमता 63 KVA है जिसकी प्राथमिक वोल्टेज 11000 वोल्ट है तथा परिणामित्र की दक्षता 90% है | द्वितीयक वोल्टता 440 V होने पर द्वितीयक कुण्डलन की धारा कितनी होगी ?
A. 100 A
B. 12.8 A
C. 45 A
D. 128.86 A
उत्तर- D. 128.86 A
विवरण- परिणामित्र की क्षमता = 63 KVA
परिणामित्र की दक्षता = 90%
अतः परिणामित्र की आउटपुट = 63 x 90 / 100 = 56.7 KVA अथवा 56700 VA
परिणामित्र की द्वितीयक वोल्टता = 440 V
अतः परिणामित्र की द्वितीयक की धारा = 56700 / 440 = 128.86 A
Objective questions of Transformer part 2
71. परिणामित्र का शीतलन क्यों आवश्यक है ?
A. आउटपुट बढ़ाने के लिए
B. दक्षता बढ़ाने के लिए
C. क्षतियां कम करने के लिए
D. परिणामित्र को गर्म होकर जलने से बचाने के लिए
उत्तर- D. परिणामित्र को गर्म होकर जलने से बचाने के लिए
विवरण- अगर परिणामित्र का शीतलन नहीं किया जायेगा तो उसकी जलने की सम्भावना रहती है |
72. खुला परिपथ परिक्षण करते समय किस कुंडलन में विधुत सप्लाई दी जाती है ?
A. उच्च वोल्टता कुंडलन में
B. निम्न वोल्टता कुंडलन में
C. किसी भी कुंडलन में
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- B. निम्न वोल्टता कुंडलन में
73. परिणामित्र में रेडियेटर का मुख्य कार्य है-
A. हानियाँ कम करना
B. तेल के लिए अधिक जगह उपलब्ध कराना
C. कूलिंग सतह का क्षेत्रफल बढ़ाना
D. ट्रांसफॉर्मर टैंक को मजबूत करना ।
उत्तर- C. कूलिंग सतह का क्षेत्रफल बढ़ाना
74. स्व परिणामित्र (Auto transformer) का उपयोग समान्यतः वहां किया जाता है जहां...
A. परिणमन अनुपात अधिक हो
B. परिणमन अनुपात कम हो
C. परिणमन अनुपात 1 हो
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- B. परिणमन अनुपात कम हो
विवरण- स्व परिणामित्र का उपयोग तब किया जाता है जब परिणमन अनुपात कम होता है अर्थात जहाँ वोल्टेज के मान में बहुत कम परिवर्तन करना हो |
75. निम्न में से आकार में सबसे बड़ा परिणामित्र है-
A. 5 KVA, 25 Hz
B. 5 KVA, 50 Hz
C. 5 KVA, 100 Hz
D. 5 KVA, 400 Hz
उत्तर- A. 5 KVA, 25 Hz
76. परिणामित्र की लैमिनेटेड कोर में सिलिकॉन की मात्रा होती है-
A. 4%
B. 10%
C. 0.4%
D. 30%
उत्तर- A. 4%
77. विधुत परिपथ में CT व PT क्रमशः संयोजित होती हैं-
A. श्रेणी व समान्तर में
B. समान्तर व श्रेणी में
C. दोनों समान्तर में
D. दोनों श्रेणी में
उत्तर- A. श्रेणी व समान्तर में
78. खुले परिपथ परीक्षण से क्या ज्ञात किया जाता हैं।
A. तुल्यमान प्रतिरोध
B. लोह व ताम्र हानियाँ
C. ताम्र हानियाँ
D. लोह हानियाँ
उत्तर- D. लोह हानियाँ
79. एक फेज परिणामित्र में प्राथमिक तथा द्वितीयक कुंडली में प्रेरित विद्युत वाहक बल के मध्य फेज अंतर कितना होता है ?
A. 90°
B. 45°
C. 180°
D. शून्य
उत्तर- D. शून्य
80. एक परिणामित्र जिसका टर्न अनुपात 11:1 है | इस परिणामित्र की द्वितीयक को 5:1 टर्न अनुपात वाले परिणामित्र की प्राथमिक से जोड़ा गया है | दोनों का कुल टर्न अनुपात/वोल्टेज अनुपात क्या होगा ?
A. 55:1
B. 11:5
C. 5:11
D. 16:1
उत्तर- A. 55:1
Objective questions of Transformer part 2
81. स्काट संयोजन करते समय टीजर परिणामित्र में कितने प्रतिशत पर टेपिंग निकाली जाती है।
A. प्राथमिक कुंडलन की 86.6%
B. प्राथमिक कुंडलन की 85%
C. द्वितीयक की कुंडलन 58%
D. द्वितीयक कुंडलन की 40%
उत्तर- A. प्राथमिक कुंडलन की 86.6%
82. परिणामित्र का लघु परिपथ परीक्षण करने के लिए आम तौर पर कौनसी कुंडलन को लघु पथित किया जाता है?
A. निम्न वोल्टता कुण्डलन
B. उच्च वोल्टता कुण्डलन
C. निम्न व उच्च कुण्डलन
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- A. निम्न वोल्टता कुण्डलन
83. परिणामित्र पर भार बढाने पर भंवर धारा हानियों पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
A. बढ़ती है
B. घटती हैं
C. आधी हो जाती हैं
D. अपरिवर्तित रहती हैं
उत्तर- D. अपरिवर्तित रहती हैं
विवरण- परिणामित्र पर भार के बढ़ने या घटने से भंवर धारा हानियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है | भार के बढ़ने पर ताम्र हानियां बढ़ जाती हैं तथा घटने पर घट जाती हैं |
84. परिणामित्र पर भार कम करने पर कौनसी हानियां कम होती हैं?
A. ताम्र हानियां
B. भँवर धारा हानियां
C. घर्षण हानियां
D. लोह हानियां
उत्तर- A. ताम्र हानियां
विवरण- परिणामित्र पर भार के बढ़ने पर ताम्र हानियां बढ़ जाती हैं तथा घटने पर घट जाती हैं |
85. धारा परिणामित्र (Current transformer) का उपयोग किस लिए किया जाता है
A. धारा स्थिर रखने के लिए।
B. उपकरण परिणामित्र (Instrument transformer) के रूप में धारा कम करने के लिए
C. उपकरण को सप्लाई से पृथक करने के लिए। ।
D. वोल्टेज बढ़ाने के लिए।
उत्तर- B. उपकरण परिणामित्र (Instrument transformer) के रूप में धारा कम करने के लिए
विवरण- अधिक मात्रा में धारा को मापने के लिए सीधे ही अम्मिटर का उपयोग नहीं किया जाता बल्कि धारा परिणामित्र से धारा को कम करके अम्मिटर को दिया जाता है |
86. परिणामित्र के ब्रीदर में क्या उपयोग किया जाता है ?
A. कोयला
B. नमक
C. सिलिका जेल
D. खनिज तेल
उत्तर- C. सिलिका जेल
विवरण- वायु की नमी को सोखने के लिए परिणामित्र के ब्रीदर में सिलिका जेल भरी जाती है |
87. परिणामित्र तेल का निम्न में से कौनसा कार्य नहीं है
A. चुम्बकीय पथ प्रदान करना
B. कुंडलन को इन्सुलेशन प्रदान करना
C. द्वितीयक कुण्डलन का शीतलन करना
D. प्राथमिक कुण्डलन का शीतलन करना
उत्तर- A. चुम्बकीय पथ प्रदान करना
विवरण- चुम्बकीय पथ प्रदान करना तेल का कार्य नहीं है | चुम्बकीय पथ प्रदान करना क्रोड़ का कार्य है |
88. भँवर धारा हानियाँ किसके समानुपाती होती हैं
A. द्वितीयक कुंडलन में करंट के
B. प्राथमिक कुंडलन में करंट के
C. क्रोड पट्टलों की मोटाई के वर्ग के
D. क्रोड पट्टलों की मोटाई के
उत्तर- C क्रोड पट्टलों की मोटाई के वर्ग के
89. परिणामित्र के शुद्ध ताजा तेल का रंग होता है-
A. हरा
B. हल्का बेंगनी
C. सफ़ेद
D. हल्का पीला
उत्तर- D. हल्का पीला
90. स्काट संयोजन में टीजर वाइंडिंग को न्यूट्रल बिन्दु किस अनुपात में बांटता है ?
A. 1:5
B. 1:2
C. 2:1
D. 3:1
उत्तर- B. 1:2
Objective questions of Transformer part 2
91. नमी सोखने के बाद, सिलिका जेल का रंग कैसा हो जाता है ?
A. लाल
B. काला
C. गुलाबी
D. बैंगनी
उत्तर- C. गुलाबी
विवरण- हवा में से नमी को सोखने के बाद सिलिका जेल का रंग गुलाबी हो जाता है। गुलाबी होने पर सिलिका जेल को या तो बदल देना चाहिए या धूप में सुखा लेना चाहिए |
92. एक परिणामित्र पर आधे भार पर ताम्र हानियाँ 200 वाट हैं। पूर्ण भार पर ताम्र हानियाँ कितनी होंगी ?
A. 300 वाट
B. 200 वाट
C. 800 वाट
D. 400 वाट
उत्तर- C. 800 वाट
93. बड़े परिणामितत्रों में क्रोड़ का आकार वृत्तीय अनुप्रस्थ क्षेत्र में बनाने का उद्देश्य है
A. लोह हानियां कम करने के लिए
B. भंवर धारा हानियां कम करने के लिए
C. हिस्टेरेसिस हानियां कम करने के लिए
D. ताम्र हानियां कम करने के लिए
उत्तर- D. ताम्र हानियां कम करने के लिए
94. परिणामित्र क्रोड़ के निर्माण में उपयोग किये जाने वाले स्टील की-
A. हिस्टेरिसिस हानियाँ तथा चुम्बकशीलता (permeability) उच्च होनी चाहिए
B. हिस्टेरिसिस हानियाँ अधिक तथा चुम्बकशीलता (permeability) निम्न (low) होनी चाहिए
C. हिस्टेरिसिस हानियाँ तथा चुम्बकशीलता (permeability) निम्न (low) होनी चाहिए
D. हिस्टेरिसिस हानियाँ निम्न तथा चुम्बकशीलता (permeability) उच्च होनी चाहिए
उत्तर- D. हिस्टेरिसिस हानियाँ निम्न तथा चुम्बकशीलता (permeability) उच्च होनी चाहिए
95. परिणामित्र में प्रयोग किया जाता है-
A. खनिज तेल
B. वनस्पति तेल
C. गैस तेल
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर- A. खनिज तेल
96. एक परिणामित्र पर आधे भार पर लोह हानियाँ 200 वाट हैं। पूर्ण भार पर लोह हानियाँ कितनी होंगी
A. 200 वॉट
B. 100 वॉट
C. 300 वॉट
D. 400 वॉट
उत्तर- A. 200 वॉट
विवरण- क्योंकि लोह हानियां सभी भारों पर समान होती हैं |
97. उच्च आवृत्ति वाले परिणामित्रों में कौन सा क्रोड प्रयोग किया जाता है ?
A. खुला आयरन क्रोड़
B. बंद आयरन क्रोड़
C. वायु क्रोड़ अथवा फेराईट क्रोड़
D. ताम्बे का क्रोड़
उत्तर- C. वायु क्रोड़ अथवा फेराईट क्रोड़
98. किसी वितरण परिणामित्र (Distribution transformer) में कोर क्षतियां होती हैं-
A. ताम्बा क्षतियों से कम
B. ताम्बा क्षतियों से अधिक
C. ताम्बा क्षतियों से चौथाई
D. ताम्बा क्षतियों के बराबर
उत्तर- A. ताम्बा क्षतियों से कम
99. परिणामित्र तेल की स्लजिंग क्या होती है ?
A. तेल के ऑक्सीकरण तथा उष्मन के कारण तेल में अर्ध ठोस हाइड्रोकार्बन बनना
B. स्पार्किंग के कारण तेल का डीकम्पोजिशन
C. शीतलन के कारण तेल का सिकुड़ना
D. उष्मन के कारण तेल का फैलाव
उत्तर- A. तेल के ऑक्सीकरण तथा उष्मन के कारण तेल में अर्ध ठोस हाइड्रोकार्बन बनना
100. एक शत प्रतिशत (100%) दक्षता वाले परिणामित्र की प्राथमिक तथा द्वितीयक में टर्नों की संख्या क्रमशः 5000 तथा 100 है। यदि इसकी इनपुट शक्ति 5000 वाट है तो इसकी आउटपुट शक्ति क्या होगी ?
A. 1000 वाट
B. 500 वाट
C. 5000 वाट
D. 5100 वाट
उत्तर- C. 5000 वाट
विवरण- 100% दक्षता वाले परिणामित्र की आउटपुट शक्ति इनपुट शक्ति के बराबर होगी क्योंकि इसमें किसी प्रकार की क्षति नहीं होगी

Objective questions of Transformer part 2
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