श्रेणी व समान्तर नेटवर्क में लघु व खुला परिपथ Open and short circuit in Series and parallel network
लघु परिपथ (Short circuit)

ऐसा परिपथ जिसका प्रतिरोध शून्य हो अथवा बहुत कम हो तो वह परिपथ लघु परिपथ कहलाता है | AC परिपथ के फेज तार से न्यूट्रल अथवा अर्थ संपर्क में आने पर ऐसा होता है | DC परिपथ में +ive तार व -ive तार आपस में मिलने पर भी लघु परिपथ होता है |
लघु परिपथ के प्रभाव- लघु परिपथ होने पर परिपथ में से अत्यधिक धारा का प्रवाह होता है जिससे, परिपथ गर्म हो जाता है तथा तारों का रोधन पिघल कर समाप्त हो सकता है तथा तार भी पिघलकर टूट सकते हैं, जिससे अन्य वस्तुओं में भी आग लग सकती है |
लघु परिपथ से बचाव- परिपथ में उचित आकार/क्षमता के तार लगायें तथा तारों का रोधन भी उच्च गुणवत्ता का हो जिससे रोधन पिघलकर लघु परिपथ ना हो |लघु परिपथ से बचाव के लिए परिपथ में उपयुक्त परिपथ वियोजक (Circuit breaker) लगाने चाहियें, जैसे MCB, फ्यूज इत्यादि | इस स्थिति में लघु परिपथ होने पर परिपथ में लगा परिपथ वियोजक (Circuit breaker) परिपथ को खोल देता है जिससे परिपथ में धारा का प्रवाह रुक जाता है व परिपथ जलने से बच जाता है |
खुला परिपथ (Open circuit)

ऐसा परिपथ जिसका प्रतिरोध अनंत हो अथवा सामान्य से बहुत अधिक हो तो वह परिपथ खुला परिपथ कहलाता है | परिपथ में कहीं से तार टूट जाने, जोड़ खुल जाने अथवा MCB या फ्यूज उड़ जाने के कारण ऐसा हो सकता है |
खुला परिपथ के प्रभाव- खुला परिपथ होने पर परिपथ में से धारा का प्रवाह नहीं होता है तथा सभी उपकरण कार्य करना बंद कर देते हैं |
खुला परिपथ से बचाव- लघु परिपथ से बचाव के लिए उचित आकार के तारों का प्रयोग करें जिससे तार गर्म होकर टूटें नहीं तथा उचित क्षमता के परिपथ वियोजक का प्रयोग करें | परिपथ में सभी जोड़ों को भी ठीक प्रकार से लगायें |
Open and short circuit in Series and parallel network
इस प्रकार परिपथों में निम्न 4 स्थितियां होती हैं :-
1. श्रेणी नेटवर्क में लघु परिपथ (Short circuit in series network)
2. श्रेणी नेटवर्क में खुला परिपथ (Open circuit in series network)
3. समान्तर नेटवर्क में लघु परिपथ (Short circuit in parallel network)
4. समान्तर नेटवर्क में खुला परिपथ (Open circuit in parallel network)
Open and short circuit in Series and parallel network
1. श्रेणी नेटवर्क में लघु परिपथ (Short circuit in series network)
लघु परिपथ के कारण परिपथ में धारा का मान बढ़ जाता है जिससे फ्यूज उड़ सकता है, MCB ट्रिप हो सकती है, परिपथ के अवयव ख़राब हो सकते हैं तथा परिपथ जल भी सकता है | श्रेणी क्रम में लघु परिपथ की 2 स्थितियां हो सकती है (1) आंशिक लघु परिपथ (2) पूर्ण लघु परिपथ |
आंशिक लघु परिपथ (Partial short circuit)– इसमें परिपथ के कई घटकों में से कोई 1 या कुछ घटक ही लघु परिपथ होते हैं जिससे उस लघु परिपथ हुए घटक का प्रतिरोध कम हो जाता है अथवा लगभग शून्य हो जाता है, इस एक घटक का प्रतिरोध कम होने पर परिपथ का कुल प्रतिरोध भी कम हो जाता है | परिपथ का प्रतिरोध कम होने पर परिपथ की धारा बढ़ जाती है | धारा बढ़ने के कारण परिपथ के जो घटक लघु परिपथ नहीं हुए हैं उनके ख़राब होने की सम्भावना होती है, फ्यूज उड़ सकता है, MCB ट्रिप हो सकती है तथा परिपथ जल भी सकता है |
पूर्ण लघु परिपथ (Full short circuit)– इसमें परिपथ के मुख्य तार अथवा मुख्य वायरिंग ही लघु परिपथ (Short circuit) हो जाती है जिससे परिपथ की धारा अत्यधिक बढ़ जाती है | धारा बढ़ने के कारण फ्यूज उड़ सकता है, MCB ट्रिप हो सकती है तथा परिपथ जल भी सकता है | इसमें परिपथ के घटकों (Components) के खराब होने की संभावना बहुत कम होती है |
उपरोक्त दोनों स्थितियों के चित्र नीचे दिए गए हैं :-

ऊपर दिए गए दोनों परिपथों में से प्रथम परिपथ को आंशिक लघु परिपथ इसलिए कहा गया है क्योंकि इसमें तीन लैम्पों में से केवल एक लैम्प L1 लघु परिपथ हुआ है जिससे इस लैम्प का प्रतिरोध शुन्य हो गया है परिणामस्वरूप परिपथ का कुल प्रतिरोध कम हो जायेगा जिससे परिपथ में धारा का मान सामान्य से अधिक हो जायेगा जिसके फलस्वरूप लैम्प L1 बुझ जायेगा तथा अधिक धारा के कारण अन्य दोनों लेम्पों L2 व L3 के ख़राब होने की सम्भावना रहेगी |
तथा दूसरे परिपथ को पूर्ण लघु परिपथ इसलिए कहा गया है क्योंकि इसमें मुख्य वायरिंग ही लघु परिपथ हो गई है जिससे परिपथ का प्रतिरोध शुन्य हो जायेगा परिणामस्वरूप धारा अत्यधिक रूप से बढ़ जाएगी जिसके परिणामस्वरूप तीनो लैम्प बुझ जायेंगे व अधिक धारा के कारण परिपथ के जलने की सम्भावना होगी |
Open and short circuit in Series and parallel network
2. श्रेणी नेटवर्क में खुला परिपथ (Open circuit in series network)
जब श्रेणी परिपथ का कोई भी घटक खुला परिपथ हो जाता है, फ्यूज जल जाता है अथवा तार टूट जाता है तो पूरा परिपथ खुला परिपथ हो जाता है | श्रेणी परिपथ में सभी घटक एक के बाद एक श्रेणी क्रम में लगे होने के कारण किसी भी घटक के खुला परिपथ होने पर धारा के बहने के लिए रास्ता नहीं होता जिससे परिपथ में से धारा का प्रवाह नहीं हो पाता है | इस प्रकार के परिपथ का प्रतिरोध अनंत होता है | खुला परिपथ होने पर परिपथ के किसी भी घटक में धारा का प्रवाह नहीं होने के कारण घटकों के जलने अथवा ख़राब होने की सम्भावना नहीं होती है |
श्रेणी नेटवर्क में आंशिक खुला परिपथ नहीं होता | इसमें किसी भी घटक के खुला परिपथ होने पर पूर्ण खुला परिपथ ही होता है | श्रेणी नेटवर्क में खुला परिपथ निम्न चित्रों में दर्शाया गया है |

उपरोक्त दिए गए श्रेणी परिपथ में बल्ब L2 फ्यूज हो गया है जिससे पूरे परिपथ में धारा का प्रवाह रुक गया है | धारा का प्रवाह रुकने के कारण परिपथ में लगे सभी बल्ब जलने बंद हो गए हैं |

उपरोक्त दिए गए परिपथ में एक तार टूटा हुआ है जिससे पूरे परिपथ में धारा का प्रवाह रुक गया है | धारा का प्रवाह रुकने के कारण परिपथ में लगे सभी बल्ब जलने बंद हो गए हैं |
Open and short circuit in Series and parallel network
3. समान्तर नेटवर्क में लघु परिपथ (Short circuit in parallel network)
लघु परिपथ के कारण परिपथ में धारा का मान बढ़ जाता है जिससे फ्यूज उड़ सकता है, MCB ट्रिप हो सकती है, परिपथ के अवयव ख़राब हो सकते हैं तथा परिपथ जल भी सकता है | समान्तर क्रम में लघु परिपथ या तो पूर्ण रूप से होता है या बिलकुल नहीं होता | इसमें आंशिक लघु परिपथ नहीं होता है क्योंकि किसी भी एक घटक के लघु परिपथ होने पर पूरा परिपथ ही कार्य करना बंद कर देता है |
समान्तर नेटवर्क में लघु परिपथ के कारण प्रतिरोध का मान शून्य अथवा बहुत कम हो जाता है जिसके परिणामस्वरूप धारा का मान अत्यधिक रूप से बढ़ जाता है | धारा बढ़ने के कारण परिपथ का फ्यूज उड़ सकता है, MCB ट्रिप हो सकती है तथा परिपथ जल भी सकता है |
समान्तर नेटवर्क में लघु परिपथ को निम्न 2 चित्रों से समझा जा सकता है :-

ऊपर दिए गए परिपथ में लैंप L3 को एक लिंक तार द्वारा लघु परिपथ किया गया है जिससे धारा का प्रवाह लैंपों में से ना होकर लिंक तार द्वारा हो रहा है (क्योंकि धारा हमेशा कम प्रतिरोध वाले रास्ते से अधिक से अधिक गुजरती है) | धारा के प्रवाह को नीली बिंदु लाइन द्वारा दर्शाया गया है | लघु परिपथ होने के होने के कारण परिपथ का प्रतिरोध कम हो गया है जिससे धारा का मान बढ़ गया है | लघु परिपथ होने के कारण परिपथ में तीनो लैम्प नहीं जल रहे हैं |

ऊपर दिए गए परिपथ में मुख्य परिपथ को एक तार द्वारा लघु परिपथ किया गया है जिससे धारा का प्रवाह लैंपों में से ना होकर इस तार द्वारा हो रहा है | धारा के प्रवाह को नीली बिंदु लाइन द्वारा दर्शाया गया है | लघु परिपथ होने के कारण परिपथ का प्रतिरोध शुन्य अथवा बहुत कम हो गया है जिससे धारा का मान बढ़ गया है | लघु परिपथ होने के कारण परिपथ में तीनो लैम्प नहीं जल रहे हैं |
Open and short circuit in Series and parallel network
4. समान्तर नेटवर्क में खुला परिपथ (Open circuit in parallel network)
जब समान्तर परिपथ का कोई भी घटक खुल जाता है अथवा टूट जाता है,तो वह खुला परिपथ (Open circuit) हो जाता है जैसे फ्यूज जल जाना, तार टूट जाना अथवा कोई घटक (Component) ख़राब हो जाना | खुला परिपथ होने पर धारा के बहने के लिए रास्ता नहीं होता जिससे उस परिपथ में से धारा का प्रवाह नहीं हो पाता है | इस प्रकार के परिपथ का प्रतिरोध अनंत होता है | खुला परिपथ होने के बाद परिपथ के घटकों (Components) में धारा का प्रवाह नहीं होने के कारण घटकों के जलने अथवा ख़राब होने की सम्भावना नहीं होती है |
समान्तर नेटवर्क में खुला परिपथ की 2 स्थितियां होती हैं (1) आंशिक खुला परिपथ (2) पूर्ण खुला परिपथ |
आंशिक खुला परिपथ (Partial open circuit)- समान्तर परिपथ में सभी घटक समान्तर में लगे होते हैं अतः किसी एक घटक के खुला परिपथ हो जाने पर पूरा परिपथ खुला परिपथ (Open circuit) नहीं होता बल्कि केवल खुला परिपथ हुआ घटक कार्य करना बंद कर देता है तथा अन्य घटक सामान्य रूप से कार्य करते रहते हैं | इस स्थिति में जो घटक खुला परिपथ हुआ है केवल उसमे से धारा का प्रवाह बंद हो जाता है जिससे परिपथ की कुल धारा का मान कम हो जाता है |
पूर्ण खुला परिपथ (Full open circuit)- समान्तर परिपथ में मुख्य लाइन के खुला परिपथ होने के कारण सभी घटक (Components) कार्य करना बंद कर देते हैं | इस स्थिति में परिपथ की धारा का मान शून्य हो जाता है तथा किसी भी घटक के ख़राब होने की सम्भावना नहीं होती है | समान्तर नेटवर्क में मुख्य फ्यूज उड़ने, परिपथ वियोजक (Circuit breaker) खुलने अथवा मुख्य तार टूटने/जलने आदि से पूर्ण खुला परिपथ होता है |
उपरोक्त दोनों स्थितियों को निम्न चित्रों से समझा जा सकता है :-

ऊपर दिए गए प्रथम चित्र में आंशिक खुला परिपथ दर्शाया गया है जिसमे केवल एक लैम्प L2 का तार टूटा होने के कारण वह बुझ गया है तथा अन्य दोनों लैम्प जल रहे हैं | तथा द्वितीय चित्र में पूर्ण खुला परिपथ दर्शाया गया है जिसमे मुख्य तार टूटा होने के कारण पूरे परिपथ ने कार्य करना बंद कर दिया है परिणामस्वरूप तीनो लैम्प बुझ गए हैं |
Open and short circuit in Series and parallel network

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